टाटा पावर-डीडीएल ने ऊर्जा अर्पण कॉन्क्लेव का दूसरा एडिशन किया आयोजित
• व्यक्तियों तथा संगठनों के स्तर पर सस्टेनेबल कार्य प्रथाओं और बिजली के दक्ष प्रयोग को बढ़ावा देने के मकसद से हुआ कॉन्क्लेव का आयोजन
द वीकली टाइम्स, शनिवार 27 अप्रैल 2024, नई दिल्ली। नॉर्थ दिल्ली में 70 लाख की आबादी को बिजली सप्लाई करने वाली अग्रणी पावर यूटिलिटी टाटा पावर-डीडीएल ने पृथ्वी दिवस के उपलक्ष्य में द्वितीय ऊर्जा अर्पण कॉन्ले श व का आयोजन 24 अप्रैल, 2024 को किया। इस कॉन्लेो क व में टाटा पावर-डीडीएल के डिमांड साइड मैनेजमेंट (डीएसएम) की पहल पर जोर देने के साथ-साथ व्यक्तिगत और संगठनों के स्तर पर बिजली का जिम्मेदारी के साथ और कुशलतापूर्वक खपत पर ज़ोर दिया गया। कॉन्क्लेव में ‘सस्टेनेबल इज़ अटेनेबल’ के संदेश को और प्रमुखता से उभारने के अलावा सस्टेनेबिलिटी के क्षेत्र में सक्रिय प्रमुख हितधारकों के स्तर पर नॉलेज शेयरिंग के प्लेटफार्म की भूमिका निभायी।
इस मौके पर, श्री गजानन एस. काले, सीईओ, टाटा पावर-डीडीएल के अलावा सुश्री किरण गुप्ता, चीफ-कस्टमर एक्सपीरियेंस, कमर्शियल एंड गवर्नमेंट अफेयर्स, श्री अभिषेक, डायरेक्टर, ब्यूरो ऑफ एनर्जी एफिशिएंसी (बीईई), डॉ नेहा, सीनियर फैलो एवं एरिया कन्वेनर, द एनर्जी एंड रिसोर्सेज़ इंस्टिट्यूट (टेरि), श्री ध्रुव, ग्रीनट्री ग्लोबल, श्री ध्रुवाक, प्रोग्राम एसोसिएट, काउंसिल ऑन एनर्जी, एन्वायरनमेंट एंड वॉटर (सीईईडब्ल्यू), श्री भास्कर नटराजन, एलायंस फॉर एन एनर्जी एफिशिएंट इकनॉमी, श्री एस के सक्सेना – डायरेक्टर, रुक्मणी देवी जयपुरिया पब्लिक स्कूल, श्री सुमेध अग्रवाल, डिप्टी चीफ यूएसएआईडी एसएआरईपी एवं टाटा पावर-डीडीएल के कई वरिष्ठ अधिकारीगण एवं कर्मचारी भी उपस्थित थे।। इस पहल के लिए विभिन्न हितधारकों की सक्रिय भागीदारी समाज के व्यवहार में आए सकारात्मक परिवर्तन को दर्शाती है। इवेंट में पार्टनर स्कूलों के छात्रों और शिक्षकों के अलावा ओरिजिनल इक्विपमेंट मैन्यूफैक्चरर्स (ओईएम), रिहाइशी, व्यावसायिक तथा औद्योगिक उपभोक्ताओं के अलावा रिहाइशी और औद्योगिक वेलफेयर संगठनों ने भी हिस्सा लिया।
टाटा पावर-डीडीएल के सीईओ श्री गजानन एस. काले ने द्वितीय ऊर्जा अर्पण कॉन्क्लेव के बारे में कहा, “ऊर्जा अर्पण का आयोजन सस्टेनेबल डेवलपमेंट और ऊर्जा संरक्षण की हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। हमारे परस्पर सहयोगात्मक प्रयासों और इनोवेटिव पहल के चलते, हमारा मकसद लोगों एवं समुदायों को आने वाले कल को अधिक हरा-भरा बनाने के लिए सतर्कता के साथ अपने विकल्पों को चुनने के लिए प्रेरित करना है। ऊर्जा अर्पण कॉन्लेे व के पहले एडिशन का आयोजन पृथ्वी दिवस के उपलक्ष्य में 22 अप्रैल, 2023 को किया गया था और इसे काफी उत्साहजनक प्रतिक्रियाएं मिलीं तथा सस्टेनेबिलिटी के बारे में जागरूकता बढ़ाने की इस पहल को सराहा गया। इस साल, ऊर्जा अर्पण कॉन्लेक् व के तहत् इनोवेटिव सॉल्यूशंस को तलाशने और एनर्जी एफिशिएंसी को बढ़ावा देने पर जोर दिया जा रहा है। इस कॉन्क्लेव ने इंडस्ट्री से जुड़े दिग्गजों, नीति-निर्माताओं, शिक्षा जगत के पेशेवरों, उपभोक्ताओं और सस्टेनेबिलिटी एडवोकेट्स को एकजुट कर जलवायु से जुड़े संकट के बारे में विचार-मंथन करने के लिए प्रेरित किया है। ऊर्जा अर्पण कॉन्लेिच व शुरू से ही टाटा पावर-डीडीएल की डिमांड साइड मैनेजमेंट (डीएसएम) सफर का प्रमुख स्तंभ रहा है जो समुदायों को सस्टेनेबिल लिविंग को अपनाने तथा बिजली के दक्ष प्रयोग को बढ़ावा देने के लिए प्रेरित करता आया है।
श्री अभिषेक शर्मा, डायरेक्टर, बीईई ने लगातार बढ़ रही जलवायु परिवर्तन संबंधी चिंताओं से निपटने के लिए एनर्जी एफिशिएंट टैक्नोलॉजी को अपग्रेड करने और एनर्जी एफिशिएंसी बढ़ाने के उपायों को अपनाने के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी साझा की। इस साल ऊर्जा अर्पण कॉन्लेजा व के दौरान कई महत्वपूर्ण प्रयासों को प्रमुखता से सामने लाया गया। ऊर्जा अर्पण माइक्रोसाइट ने एक एजुकेशनल मॉड्यूल भी लॉन्च किया है जो एनर्जी एवं एन्वायरनमेंट कंज़वेर्शन तथा सस्टेनेबल लाइफस्टाइल को बढ़ावा देता है। इस मॉड्यूल में पाठकों के लिए कई रोचक गतिविधियों को भी फीचर किया गया है। साथ ही, जलवायु परिवर्तन से निपटने के बारे में विचार-विमर्श किया गया और पर्यावरण संबंधी महत्वपूर्ण विषयों पर रोशनी डाली गई। हितधारकों को एनर्जी एफिशिएंसी के बारे में जागरूक बनाने के लिए एक त्रैमासिक ऊर्जा अर्पण न्यूज़लेटर भी इस मौके पर जारी किया गया। इसमें टाटा पावर-डीडीएल द्वारा सभी हितधारकों को इस महत्वपूर्ण विषय के बारे में जानकारी देने के उद्देश्य से शुरू की गई प्रमुख गतिविधियों को शामिल किया गया है। साथ ही, “गो शार्पनर” के साथ सहयोग की घोषणा की गई जो विभिन्न स्कूलों तक पहुंच बढ़ाने में मददगार साबित होगी। इस पार्टनरशिप के चलते, बड़ी संख्या में स्कूली छात्रों को जागरूक बनाने में मदद मिलेगी जिससे ऊर्जा अर्पण इनीशिएटिव में भी तेजी आएगी। सभी हितधारकों के योगदान को रेखांकित करते हुए उन्हें प्रमाणपत्र और पुरस्कार प्रदान किए गए। पर्यावरण संबंधी विषयों ऊर्जा अर्पण क्विज़ जीतने वाले छात्रों को भी इस मौके पर पुरस्कृत किया गया।